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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

फार्माकोलॉजी की राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस कल देश भर से जुटेंगे 200 वैज्ञानिक एवं विषय विशेषज्ञ

बीकानेर, 1 नवम्बर। देश के वेटरनरी फार्माकोलॉजिस्ट, शिक्षाविद् एवं वैज्ञानिको का तीन दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस कल वेटरनरी सभागार में प्रातः 9ः30 बजे प्रारम्भ होगा। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने बताया कि 2 से 4 नवम्बर तक “एकीकृत पशु स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली: अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर आयोजित इस 23 वें वार्षिक सम्मेलन में देश के अलग-अलग राज्यों से लगभग 200 वेटरनरी फार्माकोलॉजिस्ट भाग ले रहे है। कॉन्फ्रेंस क्लिनिकल फार्माकोलॉजी एवं टॉक्सिकोलॉजी, रोगप्रतिरोधकता, इथेनॉ फार्माकोलॉजी, मोलिक्युलर एवं न्यूरोफार्मोकोलॉजी, न्यूट्रीशनल फार्माकोलॉजी, फार्माकाइनेटिक, टॉक्सिकोकाइनेटिक, एनिमल वेलफेयर आदि फार्माकोलॉजी क्षेत्र में हुए तकनीकी एवं ज्ञानात्मक विकास, नवीन शोध, चुनौतियां एवं विकास की संभावनाओं पर चर्चा एवं शोध रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। वेटरनरी विश्वविद्यालय मथुरा के कुलपति प्रो. ए.के. श्रीवास्तव मुख्य अतिथि रहेंगे। प्रो. विनोद कुमार वर्मा, कुलपति, लाला लाजपतराय वेटरनरी विश्वविद्यालय हिसार, प्रो. प्रदीप कुमार प्रजापति, कुलपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर तथा प्रो. ए.के. गहलोत, पूर्व कुलपति, राजुवास, सम्मानीय अतिथि रहेंगे। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग करेंगे। आयोजन सचिव डॉ. प्रतिष्ठा शर्मा ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में लीड पेपर वाचन, श्रेष्ठ शोध पत्र, श्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुतिकरण एवं डॉ. ए.एम. ठाकुर युवा पुरस्कार, डॉ. जे.वी. अंजारिया पुरस्कार, डॉ. आर. नटराजन पुरस्कार, डॉ. वी.वी. रानाडे युवा वैज्ञानिक पुरस्कार एवं इंटास फार्मा यंग साइटिस्ट पुरस्कारो से चयनित को सम्मानित किया जायेगा। सम्मेलन के सह-आयोजन सचिव डॉ. अशोक गौड़, डॉ. अमिता रंजन एवं कोषाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी नारायण सांखला हैं।