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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर
Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

वेटरनरी विश्वविद्यालय यौन उत्पीडन निवारण अधिनियम जागरूकता एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता विषयों पर गोष्ठी का हुआ आयोजन

बीकानेर 11 दिसम्बर। राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर में गुरुवार को राजभवन जयपुर एवं राष्ट्रीय महिला आयोग, भारत सरकार, नई दिल्ली के निर्देशानुसार यौन उत्पीडन निवारण अधिनियम (पॉश) एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता विषयों पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने की तथा उप निदेशक, महिला अधिकारिता विभाग बीकानेर अनुराधा सक्सेना तथा संयुक्त निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, बीकानेर एल.डी. पवार, लीड मैनेजर, एस.बी.आई., पी.पी. ब्रांच, बीकानेर लक्ष्मण मोडासीया, साइबर सैल थाना, बीकानेर प्रोग्रामर एस.के. शर्मा, कुलसचिव राजुवास, बीकानेर पंकज शर्मा कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने बताया कि आमजन में जागरूकता ही हमें यौन उत्पीडन एवं साइबर क्राइम जैसे अपराधों से बचा सकती है। कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने बताया कि आमजन डर के कारण यौन उत्पीडन एवं साइबर क्राइम के शिकार ज्यादा होते है हम कार्यस्थल पर विश्वास एवं सोहार्द का वातावरण उत्पन्न करके एवं नीडर बनकर ऐसी घटनाओं से बच सकते है। लाभ व लालच से बचकर एवं सोशल मीडिया का सही उपयोग करके भी इन घटनाओं के शिकार होने से बच सकते है। मुख्यवक्ता अनुराधा सक्सेना ने महिलाओं के यौन उत्पीडन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए उनको रोकने एवं समाज में जागरूकता लाने हेतु विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होने पॉश अधिनियम की आंतरिक शिकायत समिति की भूमिका, लैंगिक समानता और कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होने संवेदनशील व्यवहार के महत्व पर भी प्रकाश डाला। एल.डी. पवार ने पॉश अधिनियम में निहित बारिकियों पर चर्चा करते हुए नियमों एवं अपराध रोकने के बारे में विद्यार्थियों को बताया। शिवकुमार ने साइबर खतरों की विस्तृत जानकारी प्रदान की उन्होने विभिन्न केस उदाहरणों के माध्यम से आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के दुरूपयोग, फिशिग, साइबर अरेस्ट, हेकिंग, ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे विषयों की विस्तेत जानकारी प्रदान की तथा साइबर क्राइम से बचने हेतु विभिन्न सरकारी साईटों एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जानकारी प्रदान की। उन्होने कहा की डिजिटल जागरूकता से साइबर क्राइम पर नियंत्रण रख सकते है। स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया पी.पी. ब्रांच बीकानेर के लीड मैनेजर, लक्ष्मण मोडासिया ने भी बैंक साइबर क्राइम की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अधिष्ठाता वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर प्रो. हेमन्त दाधीच ने विषय से अवगत करवाते हुए सभी का स्वागत किया। एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. पंकज कुमार थानवी ने सभी को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ. प्रतिष्ठा शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान वेटरनरी विश्वविद्यालय के निदेशक पी.एम.ई. प्रो. उर्मिला पानू, निदेशक अनुसंधान प्रो. बी.एन. श्रृंगी, निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया, अधिष्ठाता डेयरी महाविद्यालय बीकानेर प्रो. राहुल सिंह पाल, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मनीषा माथुर सहित विश्वविद्यालय के अधिकारीगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।