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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

कृषि विज्ञान केंद्र, नोहर के भवन का हुआ लोकार्पण नोहर, भादरा और रावतसर तहसील के कृषक होगे लाभान्वित: श्री अमित चाचाण, विधायक, नोहर

बीकानेर 17 अगस्त। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र, नोहर के चक 27 एन.टी.आर. में भवन का लोकार्पण बुधवार को माननीय विधायक, नोहर श्री अमित चाचाण के द्वारा किया गया। किसानों को सम्बोधित करते हुए माननीय विधायक अमित चाचाण ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के स्थाई भवन के निर्माण से किसानों एवं पशुपालकों को तकनीकी एवं आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्थाई भवन निर्माण होने पर कृषि विज्ञान केन्द्र अब अपनी वास्तविक विकास गति को पकड़ पाएगा। भवन के निर्माण होने से यहां विभिन्न प्रकार के कृषि व सहायक व्यवसाय के प्रशिक्षण अधिक कुशलता पूर्वक संपन्न होंगे जिससे क्षेत्र के किसान भाइयों को अधिक लाभ प्राप्त होगा। निदेशक अटारी जोधपुर डॉ. एस.के. सिंह ने बताया कि हनुमानगढ़ जिलें में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् का यह दूसरा केन्द्र है जो कि किसानों को कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में आ रही समस्याओं को दूर करने व नवीन तकनीकों के प्रचार प्रसार का कार्य महत्वपूर्ण रूप से करेगा। निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूडिया ने अतिथियों का स्वागत किया एवं किसानों एवं पशुपालकों से कृषि विज्ञान केंद्र से जारी सुचानाओं, तकनीकी ज्ञान एवं प्रशिक्षणों का अधिक से अधिक लाभ उठाने का अनुरोध किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र नोहर के द्वारा तैयार गायों और भैंसों का गांठ दार त्वचा रोग और चने की उन्नत खेती फोल्डर का विमोचन भी किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र की 9वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में किसानों एवं पशुपालकों की आय बढाने से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं पर विचार कर गांव-गांव ढाणी-ढाणी पहुंचाने का निर्णय लिया गया। कुलपति महोदय ने पशुपालकों एवं किसानों तक उन्नत पशुपालन एवं कृषि तकनीकों को पहुंचाने के सभी माध्यमों का उपयोग करने की सलाह दी तथा किसानों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चलाने की बात पर बल दिया। कुलपति ने प्रदेश में फैल रही लम्पी स्किन बीमारी से बचाव के लिए जागरूक रहने के बारे में किसानों एवं पशुपालकों को जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि पशुधन की हानि को रोका जा सकें। निदेशक अटारी जोधपुर डॉ. एस.के. सिंह ने केन्द्र की वार्षिक प्रतिवेदन एवं आगामी कार्य योजनों पर समीक्षा की। लोकापर्ण के अवसर पर श्री सोहन ढील, प्रधान, पंचायत समिति नोहर, श्री दाना गोदारा, उपनिदेशक कृषि विभाग, हनुमानगढ़, डॉ. आर.पी. डांगी, उपनिदेशक एटीसी, हनुमानगढ़, प्रो. हनुमानाराम, प्रभारी कृषि अनुसंधान उपकेंद्र, हनुमानगढ़, डॉ. कुलदीप नेहरा, श्री दया काकोडिया, डी.डी.एम., नाबार्ड, श्री बलवीर खाती, भूतपूर्व उपनिदेशक आत्मा, हनुमानगढ़ एवं क्षेत्र के प्रगतिशील किसान एवं पशुपालक उपस्थित रहे।