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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में संविधान दिवस पर व्याख्यान का आयोजन

जयपुर, 26 नवम्बर, 2022। आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में संविधान दिवस के अवसर पर ’’भारतः लोकतंत्र की जननी’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) शीला चौधरी ने लोकतंत्र को परिभाषित करते हुए बताया कि यह ’’जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए शासन है’’। उन्होंने बताया कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। संविधान दिवस मनाये जाने के इतिहास के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आज ही के दिन संविधान सभा ने हमारे संविधान को अपनाया था। इस अवसर पर पशु औषध विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) धर्म सिंह मीणा ने भारतीय लोकतंत्र तथा इसके संविधान निर्माण की क्रमवार प्रक्रिया तथा विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। हमारा संविधान विश्व के विभिन्न देशों के संविधानों के प्रमुख हिस्सों को मिलाकर बनाया गया हैं। उन्होंने बताया कि हमारे संविधान की मूल प्रति हस्थ लिखित है। इसी कार्यक्रम में पशु शरीर क्रिया विज्ञान एवं जैव-रसायनिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) गोविन्द सहाय गौतम ने संविधान के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि संविधान के द्वारा लोकतंत्र के प्रति लोगों में आस्था जागृत करना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बिना किसी भी लोकतंत्र का कोई अस्तित्व नहीं है। समता और समरसता लोकतंत्र के दो बहुत ही महत्वपूर्ण स्तंभ है। संविधान दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्रत्येक नागरिक को अपने संवैधानिक अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्त्तव्यों के बारे में भी जानकारी हो। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वाई.पी. सिंह, सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने किया। इस कार्यक्रम में संस्थान तथा सी.डी.एफ.टी. महाविद्यालय के विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों तथा कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।