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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

रानी लक्ष्मीबाई जयन्ती पर पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में व्याख्यान का आयोजन

जयपुर, 19 नवम्बर। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर में मंगलवार को रानी लक्ष्मीबाई जयन्ती के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. वरूण प्रताप तथा जयपुर महानगर विभाग के विभाग संगठन मंत्री श्री रोहित चतुर्वेदी मुख्य वक्ता थे। रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए डॉ. वरूण प्रताप ने बताया कि एक साधारण से परिवार में जन्म लेकर उन्होंने अल्प समय में ही आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यह साबित किया कि अगर जरूरत पड़े तो अपनी देश की सुरक्षा के लिये प्रत्येक नारी तलवार उठा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत एक सांस्कृतिक राष्ट्र है और यहां पर सभी क्षेत्रों में पुरूषों एवं महिलाओं की समान भागीदारी है। महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देकर देश की उन्नति में सहभागिता निभा रही है। हमें महिलाओं की सुदृढ़िकरण के लिए काम करना है। उन्होंने राजस्थान को वीर और वीरांगनाओं की भूमि बताया। श्री रोहित चतुर्वेदी ने भी इस अवसर पर रानी लक्ष्मीबाई के जीवन एवं आजादी की लड़ाई में उनके द्वारा किये गये योगदान पर अपने विचार प्रकट किये। इससे पहले संस्थान के अधिष्ठाता आचार्य धर्म सिंह मीना तथा सभी अतिथियों ने रानी लक्ष्मीबाई की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। अधिष्ठाता महोदय ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें देश को आजादी दिलाने वालों को हमेशा याद करना चाहिये। हमें अपने इतिहास और परम्पराओं की जानकारी होनी चाहिये। इसके लिए हमें किताबों के साथ मित्रता करनी पड़ेगी तथा ज्ञान अर्जन करना होगा। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके मनिकर्णिका से झांसी की रानी बनने तक विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख किया तथा अंग्रेजों के खिलाफ उनके योगदान को याद किया। सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. वाई.पी. सिंह ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा डॉ. बरखा गुप्ता ने मंच संचालन किया।