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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

’रोगाणुरोधी प्रतिरोध, जूनोजेज तथा खाद्य सुरक्षा से निपटने के लिये एकल स्वास्थ्य दृष्टिकोण’’ विषय पर पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर में 21 दिवसीय विन्टर स्कूल की शुरूआत

जयपुर, 01 दिसम्बर, 2023। स्नातकोत्तर पशुचिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पी.जी.आई.वी.ई.आर.), जयपुर के ’’जूनोटिक रोगों के निदान, निगरानी और प्रतिक्रिया केन्द्र’’ में शुक्रवार को 1 से 21 दिसम्बर, 2023 तक आयोजित होने वाले 21 दिवसीय विन्टर स्कूल की शुरूआत हो गई। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलपति प्रो. एस.के. गर्ग ने कहा कि इस वर्ष विश्वविद्यालय को दो 21 दिवसीय विन्टर स्कूल स्वीकृत हुए हैं जिसके लिये विश्वविद्यालय आई.सी.ए.आर. के एजूकेशन डिवीजन का आभारी है। उन्होंने कहा कि एन्टीमाईक्रोबियल रजिस्टेन्स् तथा जूनोसिस आज के समय में देश तथा विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण समस्या है जिसका मुख्य कारण एन्टीमाईक्रोबियल का अंधाधुंध उपयोग है। कुछ सुपर बग्स की पहचान ने इन समस्याओं को और अधिक गंभीर कर दिया है। अब समय आ गया है कि इस समस्या का निराकरण करने के लिये विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ मिलकर काम करें। समारोह के विशिष्ट अतिथि राजुवास के संस्थापक कुलपति प्रो. (कर्नल) ए.के. गहलोत ने कहा कि पहले एकल दवाई अवधारणा विद्यमान थी जो कि अब एकल स्वास्थ्य धारणा में प्रवर्तित हो गई है जिसमें मानव, पशु एवं पर्यावरण तीनों सम्मलित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी एन्टीमाईक्रोबियल रजिस्टेन्स् को दस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं में से एक माना है। कोविड-19 महामारी के बाद इस अवधारणा को और अधिक महत्व दिया जाने लगा है। इस महामारी ने हमें स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न शब्दों जैसे हाईजिन, सेनीटाईजेशन, क्वारंटाईन आदि भारी भरकम शब्दों से अवगत कराया है। इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान की अधिष्ठाता प्रो. शीला चौधरी ने सभी अतिथियों तथा विन्टर स्कूल में शामिल होने आये प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षणों से हमारे ज्ञान और कौशल में वृद्धि होती है तथा उस विशिष्ट क्षेत्र में विश्वभर में हो रही प्रगति से हम अवगत होते हैं। इस विन्टर स्कूल के कोर्स डायरेक्टर तथा ’’जूनोटिक रोगों के निदान, निगरानी और प्रतिक्रिया केन्द्र’’ के प्रमुख अन्वेषक तथा वेटरनरी मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. धर्म सिंह मीणा ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस विन्टर स्कूल में देश के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। आगे उन्होंने बताया कि विश्व प्रसिद्ध स्वास्थ्य संस्थाओं जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा ओ.आई.ई. के विशेषज्ञों से भी व्याख्यान दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डॉ. निर्मल कुमार जैफ तथा डॉ. नजीर मौहम्मद इस विन्टर स्कूल के सह कोर्स डायरेक्टर हैं तथा देश के विभिन्न राज्यों से कुल 23 प्रतिभागी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। अपोलो वेटरनरी मेडिसीन महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. सी.एस. शर्मा ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने जूनोटिक रोगों के प्रशिक्षण मेन्यूवल का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में संस्थान के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे। डॉ. बरखा गुप्ता ने मंच संचालन किया तथा प्रो. धर्म सिंह मीणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।