header logo image

राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

वेटरनरी विद्यार्थियों ने समझा जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट का उचित प्रबन्धन

बीकानेर, 02 मार्च। पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट निस्तारण तकनीकी केंद्र, राजुवास, बीकानेर द्वारा पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के विभिन्न विभागों में अध्ययनरत स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट के उचित प्रबंधन और निस्तारण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को प्रदान किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुनील हर्ष, अधीक्षक सेटेलाइट हॉस्पिटल, बीकानेर ने जैविक अपशिष्ट के निस्तारण को आज की अवश्यकता पर जोर दिया तथा समय-समय पर इस प्रकार के प्रशिक्षण केन्द द्वारा करवाने को “एक स्वास्थ्य” मिशन बनाये रखने के लिए सराहनिय कदम बताया। प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए केन्द्र की प्रमुख अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने कहा कि जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट के उचित निस्तारण एवं प्रबंधन के प्रति जागरूगता वर्तमान परिपेक्ष्य में अति आवश्यक हो गई है। इसका प्राथमिक ज्ञान सभी को होना जरूरी है। इसी के तहत पशु चिकित्सा के स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को इसका प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया ताकि एक पशु चिकित्सक के रूप में वे स्वयं को एवं समाज को संक्रामक बीमारियों के प्रकोप से बचा सके तथा पर्यावरण को भी प्रदूषित होने से भी बचा सके। डॉ. मनोहर सेन एवं डॉ. देवेंद्र चौधरी ने प्रशिक्षणार्थियों को बायोमेडिकल अवशेष के उचित निस्तारण का प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया। प्रशिक्षण समापन पर विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए।