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राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्‍वविद्यालय, बीकानेर Rajasthan University of Veterinary and Animal Sciences, Bikaner (Accredited by VCI and ICAR)

वेटरनरी विश्वविद्यालय ने पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट प्रबन्धन एवं निस्तारण पर पशुचिकित्सा अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित

वेटरनरी विश्वविद्यालय ने पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट
प्रबन्धन एवं निस्तारण पर पशुचिकित्सा अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित

बीकानेर, 11 मार्च। पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट निस्तारण तकनीकी केंद्र, राजुवास, बीकानेर द्वारा पशुपालन विभाग के श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले के पशुचिकित्सा अधिकारियों को पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट के उचित प्रबंधन और निस्तारण विषय पर मंगलवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षर्णािर्थयों को सम्बोधित करते हुए केन्द्र की प्रमुख अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने बताया कि पशुचिकित्सा अधिकारी रोजमर्रा पशुचिकित्सा का कार्य करते है अतः उनमें पशु जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट का उचित प्रबंधन व निस्तारण का ज्ञान होना अति आवश्यक है तथा इनके उचित निस्तारण में जरा सी लापरवाही कई रोगों को बढ़ावा दे सकती है तथा वातावरण को प्रदूषित कर सकती है। डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने प्रशिक्षणार्थियों को जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट के उचित निस्तारण के नियम और प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। डॉ. एवं प्रशिक्षणार्थियों को बायोमेडिकल अवशेष के उचित निस्तारण पर व्याख्यान व प्रायोगिक ज्ञान प्रदान किया। प्रशिक्षण के समापन पर डॉ. गीता बेनीवाल, अतिरिक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, बीकानेर के द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।