वेटरनरी विश्वविद्यालय
सतत बकरी पालन हेतु क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
बीकानेर, 12 मार्च। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के पशु आपदा प्रबंधन तकनीकी केन्द्र एवं राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में “सतत बकरी पालन के लिए क्षमता निर्माण: कौशल और ज्ञान संवर्धन“ विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रति कुलपति प्रो. हेमंत दाधीच ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा बकरी पालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ है जो महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीकों एवं वैज्ञानिक प्रबंधन को अपनाकर बकरी पालन को और अधिक लाभकारी बनाया जा सकता है। केन्द्र के प्रमुख अन्वेषक प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को बकरी पालन की आधुनिक तकनीकें, पशु स्वास्थ्य प्रबंधन, आपदा प्रबंधन एवं विपणन रणनीतियों की जानकारी दी। डॉ. सोहेल मोहम्मद ने कार्यक्रम का संचालन किया और प्रशिक्षणार्थियों को बकरी पालन से जुड़ी चुनौतियों और उनके समाधान पर विस्तृत जानकारी दी। केन्द्र के विशेषज्ञ शैलेन्द्र सिंह शेखावत ने बकरी पालन के दौरान संभावित आपदाओं एवं उनके समाधान पर चर्चा की जिससे पशुपालक आपात स्थितियों के लिए पहले से तैयार हो सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जैसलमेर, झालावाड़ और बूंदी जिलों से 47 महिलाएं प्रशिक्षण में भाग लिया। समापन के अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
